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Showing posts from December 29, 2012

आखिर कब तक सहुंगी...............!

आखिर जिन्दगी हार गयी जीने की चाहत होने के बावजूद उसे मौत ही मिली ?    होश में आ गयी है सरकार , आवाम। होश में नही आये वह लोग जो इस तरह के कार्य करते है क्योकि बावजूद इस दुर्दान्त घटना के, रेप के केस अभी जारी है । नेशनल क्राइम रिकार्डस ब्युरों के मुताबिक पिछले पांच वर्षो में महिलाओ के खिलाफ बलात्कार के मामले लगातार बढ रहे है । दामिनी की दर्दनाक मौत से सभी का मन दुखा है घर से  बाहर निकल कर पहली बार शायद लोगो  इतने बडे स्तर पर  इजहार किया है इंसाफ की मांग  की है दोषियों पर फांसी पर चढा देना चाहते है मन में घृणा है इस तरह के लोगो के प्रति । साथ ही अपनी बहनों , बेटियों महिलाओ की सुरक्षा के लिए चिन्ता भी है । क्या डरा देना चाहते है महिलाओ को ताकि वह हमेशा दबी रहे घर से बाहर निकलने में डरे ! महिला क्या इन्सान नही क्या एक स्त्री को लडका  पैदा करने में तकलीफ होती है और लडकी पैदा करने में नही ? महिलाओ  के बढते कदमों से भय क्यों? कौन सी यह वह महिला जो पुरूष को प्रेरित करती है दूसरी महिला के प्रति हिंसा करने के लिए !  कहने को हम आदिम युग से निकल सभ्य समाज का निर्माण कर चुके है क्या भारत की सभ